In Hindu culture it is mandatory to grow Tulasi in every house. Worshipping Tulsi everyday is a tradition followed in every household. Tulasi was used in worshipping, making ‘Teertha’ (sacred water). Tulasi leaves are placed on every fo
od item offered to God. This has many benefits.
1) Tulasi, scientifically Ocimum tenuiflorum, releases highest amount of oxygen. This keeps the atmosphere clean and it is known fact that health improves when one inhales oxygen rich air.
2) Research has explored the presence of Eugenol in Tulasi which is an effective pain killer. Experiments have proved that the extracts are good at fighting fat and reducing cholesterol.
3) The Pharmaceutical industry is exploring the curative properties of Tulasi on cancer.
4) Dry Tulasi leaves were mixed with grains for storing them for a long time. This protects grains from insects.
5) Ayurvedic system of medicine advocates the use of Tulasi in different forms to counter cough, cold, pain and allergies.
It is a fact that Tulasi is a medicinal plant and the enormity of its effectiveness is still to be explored. That apart, growing Tulasi in abundance is good from the health and atmosphere point of view. It acts as a eco-cleanser keeps your mind and environment clean.
तुलसी के पौधे की पूजा का महत्व
हमारी हिन्दू सभ्यता और मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक घर में तुलसी का पौधा लगाना अनिवार्य है..
ऐसी मान्यता है की हमें प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करनी चाहिए इसके पीछे हमारे पूर्वजो ने कई धार्मिक तर्क भी दिए.. तुलसी का पौधा पवित्रता की निशानी है हमारी हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भगवान को चढ़ाया हुआ भोग तब तक पूर्ण नही होता जब तक की उसपे तुलसीदल न चढ़ाया जाए
आइये हम जरा तुलसी के वैज्ञानिक प्रभायों की तरफ गौर करें :-
तुलसी जिसका वैज्ञानिक नाम ओसिमम सेन्क्टम (तुलसी) है भरी मात्र मेंऑक्सीजन को छोडता है..जिस से की हमारा वातावरण स्वच्छ और प्रदुषण रहित होता है
- मनुष्य को जीवित रहने के लिए भी ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है जो की आज प्रचुर मात्र में वातावरण में उपस्थित नहीं है परन्तु तुलसी का पौधा इस कमी को पूरी करता है और हमें प्रचुर मात्र में ऑक्सीजन उपलब्ध करता है
- वैज्ञानिकों ने यह खोज की है कि तुलसी में युगेनॉल कि उपलब्धता होती है जो कि सर्वोत्तम दर्द निवारक का काम करती है.. वैज्ञानिकों के अनुसार तुलसी में पाए जाने वाले इस तत्व के प्रतिदिन सेवन से मोटापा तथा कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है
- औषधीय उद्योग ने तुलसी के कैंसर जैसे रोग में अति गुणकारी प्रभावों कि खोज कि है… जिससे यह प्रमाणित होता है कि तुलसी कैंसर जैसी जटिल बीमारी में भी हितकर साबित हो सकती है
- तुलसी के सूखे पत्तों को धान के साथ रखा जाता है जो कि खाद्य संग्रक्षक कि भूमिका निभाता है और अनाज में कीड़े लगने से बचाता है
- आयुर्वेद में कई अति महत्वपूर्ण दवाइयों को तुलसी से बनाया जाता है जिसका उपयोग प्रायः खांसी, दर्द सम्बन्धी रोगों तथा एलर्जी में किया जाता है जो कि अति हितकर होता है
वैज्ञानिकों द्वारा यह तो प्रमाणित हो चुका है कि तुलसी एक आयुर्वेदिक पौधा है परन्तु इसके अति दुर्लभ एवं चमत्कारी प्रभावों कि शुचि यहीं समाप्त नहीं होती है.. वैज्ञानिकों द्वारा इसके ऊपर अभी भी अनुसन्धान जारी है.. अर्थात तुलसी का पौधा सिर्फ धार्मिक ही नहीं अपितु वैज्ञानिक महत्वता भी रखता है जिसके हमारे घर में होने मात्र से वातावरण स्वच्छ होता है तथा हमारा मस्तिस्क भी स्वच्छ होता है और उसमें स्वच्छ विचारों का आगमन होता है..