Written by 9:23 am Breaking myth

आप अपने बच्चों को क्या दे रहे हैं “हेल्थ ड्रिंक ” या …??

Energy drinks

आज विश्व में खासकर भारत जैसे देश में लोगो में एक आम धारणा बनती जा रही है की स्वस्थ वर्धक पेय जैसे की हॉर्लिक्स, कोम्प्लैन, बोर्नविटा आदि जैसे उत्पाद अच्छे स्वस्थ के लिए अनिवार्य है, आज व्यस्कों में भी कुछ स्वस्थ वर्धक पेय जैसे की रेड बुल, या विलायती कॉफ़ी का भी प्रचलन बढ़ा है।

आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से यह बताने की कोशिश  करेंगे की क्या सच में ये स्वस्थ वर्धक पेय हमारे विश्वास पे खरे साबित होते हैं या ये सिर्फ एक धोखा है।

सबसे पहले हम अपने बच्चों को देने वाले पेय पदार्थ की बात करेंगे जिनमे आगे आम तौर पे हॉर्लिक्स, कॉम्प्लान, बोर्नविटा अथवा बूस्ट प्रचलन में हैं । आम तौर पे विज्ञापनों में आपने देखा होगा की वैज्ञानिक और डॉक्टर आपको इन पेय का प्रयोग करने की सलाह देते हैं, हम भारतीय अति संवेदनशील होते हैं हम बातों और उनके पीछे के तत्वों को जाने बिना ही उनपे विश्वास कर लेते हैं।

क्या हमने कभी ये जानने की आवस्यकता समजी की उन डॉक्टरों की असलियत क्या है जो विज्ञापनों के माधयम से हमें सलाह दे रहे हैं ????

नहीं |

आज हम आपको कुछ ऐसे रोचक तःथ्यों से वाकिफ करेंगे जो आपकी आँखें खोल देगा।

 

उत्पादसामग्रीवास्तविक सामग्री
HorlicksMalted barley, milk solids, sugar, wheat flour, malted wheat, minerals, protein isolate, emulsifier, salt, acidity regulator, vitamins, natural colorGrain, processed junk, sugar, grain, grain, artificial minerals, processed junk, junk, junk, salt, artificial vitamins, junk
BournvitaMalt extract, sugar, cocoa solids, milk solids, caramel, liquid glucose, permitted emulsifiers, vitamins, minerals, raising agent, saltGrain, sugar, processed junk, processed junk, sugar, sugar, junk, artificial vitamins, artificial minerals, junk, salt
ComplanSkimmed milk, lactose, vegetable oil, maltodextrin, sugar, glucose syrup, fat reduced cocoa powder, dextrose, flavourings, magnesium sulphate, thickener (xanthan gum), vitamin mix, mineral mix.Processed junk, sugar, oxidizable unstable fat, sugar, sugar, sugar, processed junk, sugar, junk, junk, junk, artificial vitamins, artificial minerals
BoostMalted barley, wheat flour, sugar, milk solids, minerals, colour, glucose, salt, acidity regulator, cocoa powder, vitamin, protein isolate, edible fiber, nature identical flavouring substancesGrain, grain, sugar, processed junk, artificial minerals, junk, sugar, junk, junk, junk, artificial vitamins, processed junk, junk, junk

यह एक डेटा है जो आपको गूगल पे मिल सकता है और यही इन पेय पदार्थो की वास्तविकता है ।

व्यस्कों द्वारा उपयोग किये जाने वाले पेय पदार्थ तो इससे भी ज्यादा हानिकारक हैं इनमे भारी मात्र में वासा होती है जो हमें परिणाम स्वरुप गंभीर बिमारियों की तरफ ले जाती है, जानकारों की मानें तो एनर्जी ड्रिंक में मिलने वाले कैफीनं से हमारा  ह्रदय और नर्वस सिस्टम प्रभावित होते   हैं..इससे दिल का दौरा भी पद सकता हैं, इनके इस्तमाल से रक्त चाप जैसी समस्याओं को भी होते देखा गया हैं.. आम तौर पे इसके सेवन मात्र से मानसिक कमजोरी, चक्कर आना तथा  उदार सम्बन्धी  समस्याओं को होते देखा गया  हैं।

हम आपसे इनता कहना चाहेंगे की आज का भारत अस्वथ है परन्तु अगर हम इतिहास देखें तो पाएंगे की पहले के  लोग आज की अपेक्छा  जयादा स्वस्थ थे, और वे किसी पेय पदार्थ का प्रयोग नही करते थे।

समस्या सिर्फ यह नहीं की ये पेय पदार्थ हमारे स्वस्थ को ख़राब करते हैं अपितु ये हमारी देश की अर्थ व्यवस्था को भी नुकसान पंहुचा रहे हैं । विदेशी होने की वजह से इनसे हमारे देश का धन विदेश में चला जाता है जरा गौर करें, 1 हॉर्लिक्स rs230 का होता है अर्थात अगर 1  साल में कमसे काम 1 करोड़ लोग इस उत्पाद को खरीदते हैं तो इससे हमारे देश का

230 *10000000 = 2300000000

2.3 अरब विदेश चला जाता है ये सिर्फ हॉर्लिक्स द्वारा एकत्रित डेटा है तो बाकी आप अनुमान लगा ही सकते हैं की ये विलायती कंपनियां हमें मूर्ख बना कर हमारे देश को कैसे खोखला कर रही हैं।

दिल्ली के आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल एसोसिएशन   में आल इंडिया नुट्रिशन के हेड डॉ. जैन बोहोत साल पूर्व समाजसेवी राजीव दिक्सित जी के आग्रह पे बॉर्न वीटा प्रोटीन x जैसे स्वाथ वर्धक पेय पदार्थो का प्रयोगशाला में निरिक्षण किया था और पाया था की बोर्न वीटा मूंगफली के खल्ल्ली से बनती हैं, अर्थात मूंगफली से तेल निकलने के बाद जो सुखी खल्ल्ली बच जाती हैं उसी से इसका निर्माण किया जाता हैं, आम तौर पे गाँव में गाय भैसों को यह चारे के रूप में खिलाया जाता हैं, परन्तु विज्ञापनों से प्रभावित हम मूर्ख पढ़े लिखे भारत वासी बाजार में rs20 में मिलने वाले खल्ल्ली को 250 किलो में खरीद कर खाते हैं।

उम्मीद करता हुँ आपको मेरा ये लेख पसंद आया होगा और आज से आप अपना नजरिया बदलेंगे।

विभु पंडित

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